Saturday, January 29, 2011

मुलाकात की आस छुट गयी ...


किस्मत ही ऐसी थी की रूह भी साथ छोड़ गयी
गम के आंसू बहने से पहले ही आँखें सूख गयी
मिलेंगे शायद अजनबी बनके किसी राह में कलको
लेकिन अभी से उस मुलाकात की आस छुट गयी ...