Friday, July 8, 2011

कुछ ऐसी ही पहचान ...


बसंत ऋतू की सी बातें उसकी,
चंचल सी मुस्कान,
चन्दन का सा चेहरा उसका,
कुछ ऐसी ही पहचान,

ख्वाबो की सी धुंधली थी वो,
धुये की सी ओझल,
चोध्वी की सी चांदनी थी वो,
पानी की सी निर्मल,
शाम की सी गहरी थी वो,
धुप की सी उज्वल,

खुशियों की सी बहुमूल्य थी वो,
हीरो की सी खान,
बच्चो की सी भोली थी वो,
मद्धम की सी बातें,
बूंदों की सी गिरती थी वो,
बारिश की सी रिमझिम,
कोयल की सी गाती थी वो,
पायल की सी रुनझुन,

सुराही की सी दिखती  थी वो,
सुन्दरता की सी माया,
मोतियों की सी आँखें थी वो,
काजल की सी छाया,

बसंत ऋतू की सी बातें उसकी,
चंचल सी मुस्कान,
चन्दन का सा चेहरा उसका,
कुछ ऐसी ही पहचान ...