Art 2 Eye
Tuesday, February 22, 2011
jaane kaha main kho gaya ...
क्या हुआ, क्यों हुआ, जाने कहाँ मैं खो गया,
मंजिले धुंध-२ के थक गया, जाने कहाँ मैं खो गया,
हकीकत से बेपरवा रहा, नादानी से चलता रहा,
चकनाचूर होते सपनो में, जाने कहाँ मैं खो गया ...
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