Art 2 Eye
Monday, April 1, 2013
kisse ka hissa ...
उस छोटीसी झलक से शुरू हुआ उसका किस्सा,
बन बैठा था वो कुछ इस तरह मेरा हिस्सा,
बदल गए चेहरे बदलते मौसमो की तरह,
बदल गए जीवन कहानियो की तरह,
रूठे वो भी कुछ इस तरह हमसे,
तोड़ के ले गए उस किस्से से अपना हिस्सा।
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